शासनादेश का घोर अवमानना कर रहे लेखपाल व तहसीलदार जनजाति गोंड का उत्पीड़न चरम पर। The harassment of the accountant and Tehsildar Tribe Gond, who is making a strong contempt of the mandate, at its peak

 शासनादेश का घोर अवमानना कर रहे लेखपाल व तहसीलदार जनजाति गोंड का उत्पीड़न चरम पर


बलिया मा.विशेष सचिव उ.प्र. समाज कल्याण अनुभाग-3 शासनादेश 2 दिसम्बर 2024 द्वारा मा.प्रमुख सचिव समाज कल्याण अनुभाग-3 शासनादेश 3 नवम्बर 2021 द्वारा दिये गये दिशा दिर्नेश का कड़ाई से अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है का अनुपालन कराने की मांग को लेकर आल गोंडवाना स्टूडेन्ट्स एसोसिएशन (आगसा) के नेतृत्व में बलिया सदर माॅडल तहसील पर आदिवासी जनजाति गोंड समुदाय के लोगों का जाति प्रमाण-पत्र निर्गत होने तक कार्यालयअवधि का अनिश्चितकालीन धरना 11 फरवरी 2025 को भी जारी रहा। धरनारत लोगों ने कहा कि लेखपाल और तहसीलदारा गण द्वारा शासन के शासनादेश का अनुपालन न करना घोर अराजकता है! आजादी के पूर्व के भू-राजस्व अभिलेखों में गोंड अंकित है और वो सभी अभिलेख जिला कलेक्ट्रेट व सभी लेखपाल, तहसीलदार के पास भी है इसके बावजूद भी भारत के राजपत्र संविधान शासनादेश की घोर अवमानना करते हुये, मनगढ़ंत गलत आख्या लगाकर आदिवासी जनजाति गोंड की जाति बदलने का षडयंत्र कर रहे हैं। 



लेखपाल व तहसीलदार जिन पर संविधान द्रोह, भारत के राजपत्र का द्रोह व एससी/ एसटी उत्पीड़न एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाही की जानी चाहिए! गोंगपा के संरक्षक सुमेर गोंड ने कहा कि 1942 अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान बैरिया थाने पर अमर शहीद रामजन्म गोंड जी के स्वतंत्रता संग्राम गाथा से प्रेरणा लेकर गोंड समुदाय अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए अंतिम दम तक संघर्षरत रहेगा! धरना को प्रमुख रूप से गुलाबचंद्र गोंड, संजय गोंड, बच्चा लाल गोंड, सुमेर गोंड, सूचित गोंड, कृष्णा गोंड, ज्ञानचंद्र गोंड, मैनेजर गोंड, लल्लन गोंड, अरविंद गोंड, रामनारायण गोंड, रघुनाथ गोंड, कन्हैया गोंड, प्रदीप गोंड, शिवशंकर गोंड, ठाकुर प्रसाद, मकुरधन गोंड, रमेश गोंड, रामअवध गोंड, ओमप्रकाश गोंड ने भी संबोधित किया।

 ब्यूरो रिपोर्ट बलिया यूपी 

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