प्रमिला यादव का समूह से जुड़कर हुआ भविष्य सुरक्षित
बड़वानी 19 दिसम्बर 2024/ग्राम बोरलाय निवाली प्रमिला दीदी पर पति के आकस्मिक निधन के बाद परिवार की समस्त जिम्मेदारियां आन पड़ी थी। दीदी के सामने 3 वर्ष के बालक और 7 वर्ष की बालिका के भरण-पोषण व अच्छे भविष्य बनाने की चुनौती सामने खड़ी थी। स्वयं कुछ कर गुजरने की आशा लेकर दीदी 20 अप्रैल 2022 को कलेक्टर कार्यालय में प्रति मंगलवार होने वाली जन सुनवाई में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने का आवेदन लेकर कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग के समक्ष गुहार लगाई।
कलेक्टर डॉ. फटिंग ने आवेदन को आजीविका मिशन को प्रेषित कर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु प्रेषित किया गया। आजीविका मिशन के दल द्वारा प्रमिला दीदी से संपर्क कर उन्हें सर्वप्रथम समूह से जोड़ा गया। इसके उपरांत स्नातक स्तर की शिक्षित होने के कारण आजीविका मिशन के माध्यम से आरसेटी में आयोजित बैंक सखी प्रशिक्षण में प्रशिक्षीत कर दीदी को बैंक सखी का कार्य सौंपा गया।
समूह से जुड़कर भविष्य हुआ सुरक्षित प्रमिला यादव
श्रीमती प्रमिला दीदी बताती है कि आजीविका मिशन के दल ने मुझसे संपर्क किया उस समय मेरे हाथ में कुछ भी काम नहीं था व उज्जवल भविष्य के लिए कोई साधन नहीं था। आजीविका टीम द्वारा सर्वप्रथम पूर्वा स्वयं सहायता समूह से मुझे जोड़ा गया। समूह से जुड़कर मैंने छोटी-छोटी राशि की साप्ताहिक बचत शुरू की। कुछ समय पश्चात शिक्षित होने के कारण आजीविका मिशन द्वारा मुझे बैंक सखी के रूप में बैंक ऑफ इण्डिया में कार्य करने का अवसर मिला। बैंक सखी व सिलाई कार्य से मेरी आर्थिक स्थिती मजबूत होने लगी है।
आजीविका मिशन बैंक सखी के रूप में कार्य करने के अनुभव के आधार पर मुझे पहल जन सहयोग विकास एनजीओ ने ग्राम स्तर पर फिल्ड ऑफीसर का कार्य करने का अवसर भी प्राप्त हुआ। वे बताती है कि इन सभी कार्यों से मुझे वर्तमान में मासिक आय के रूप में 16000/- रू प्राप्त हो रही है।
आजीविका मिशन की सहायता से मिले अवसर के माध्यम से आज मेरा भविष्य सुरक्षित हुआ है. में बच्चों को निजी स्कूल में पढ़ाकर अच्छी शिक्षा दे पा रही हूं। शीघ्र ही स्वंय का टिफिन सेंटर प्रारंभ करने की मेरी योजना है जिससे मेरी आर्थिक स्थिती और भी ज्यादा बेहतर हो सकेगी व परिवार को बेहतर भविष्य प्रदान कर पाउंगी।
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