अनावेदक देवसिह पिता शंकर झमराल उम्र 32 वर्ष निवासी बायगौर व्दारा धारा 110 CRPC के अंतर्गत बाउण्ड ओव्हर की अवधी में पुनः अपराध करने पर धारा 122 CRPC की गई कार्यवाही। The applicant Dev Singh, father Shankar Jhamral, aged 32 years, resident of Bygaur, took action under Section 110 CRPC and Section 122 CRPC for committing the crime again during the bound over period.

अनावेदक देवसिह पिता शंकर झमराल उम्र 32 वर्ष निवासी बायगौर व्दारा धारा 110 CRPC के अंतर्गत बाउण्ड ओव्हर की अवधी में पुनः अपराध करने पर धारा 122 CRPC की गई कार्यवाही ।


थानाः- खेतिया          

जिलाः- बड़वानी


                                                            विवरण

श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय बड़वानी श्री पुनीत गेहलोद के निर्देशन में व श्रीमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्री अनिल पाटीदार, श्रीमान एसडीओपी महोदय श्री आयुष कुमार अलावा के मार्गदर्शन मे खेतिया थाना प्रभारी निरीक्षक सुनिता मण्डलोई द्वारा खेतिया थाने पर अपराधों की रोकथाम एवं शहर के गुण्डा निगरानी बदमाश, असमाजिक तत्वों तथा अपराधिक प्रवत्ति के लोगो का थाने पर ICJS सॉफ्टवेयर में अपराधीक रिकार्ड चैक कर उनके विरुद्ध प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर गुण्डे बदमाशों को अधिक से अधिक राशी से बाउण्ड ओव्हर किया गया है।

दिनाक 08.06.2024 को फरियादी छगन पिता चमारिया डुडवे निवासी बायगौर की रिपोर्ट पर अनावेदक देवसिह पिता शंकर झमराल उम्र 32 वर्ष निवासी बायगौर के विरुद्ध अपराध क्रमांक 139/2024 धारा 294,341,506,34 भादवि का अपराध पंजीबद्ध किया गया।



अनावेदक देवसिह के विरुद्ध  पूर्व अपराधिक रिकार्ड होने के कारण इस्तगासा क्र 20/2021 धारा 110 जाफो के तहत कार्यवाही कर माननीय SDM न्यायालय पानसेमल व्दारा उक्त आरोपी को सदाचार बनाए रखने के लिए दिनांक 30.07.2021 को 10000 रुपये की राशि से 3 वर्ष के लिए बाउण्ड ओव्हर किया गया है। 

आपरेशन पवित्र के तहत उक्त आरोपी द्वारा बाउण्ड ओव्हर की अवधि में पुनः अपराध करने पर आरोपी के विरुद्ध धारा 122 CRPC की कार्यवाही कर माननीय SDM न्यायालय पानसेमल पेश किया गया।


*यहां यह उल्लेखनीय है कि 1 अक्टूबर 2023 से प्रारंभ "ऑपरेशन पवित्र" के तहत आज दिनांक का तक कुल 184 लोगों के विरुद्ध धारा 122 सीआरपीसी की कार्रवाही कर 14,39000/- राशि की जा चुकी है वसूल एवं 08 बदमाशों को भेजा जा चुका है जेल*

ब्यूरो रिपोर्ट संजय बामनिया 

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