फर्जी शिक्षकों ने कमेटी के समक्ष रखा पक्ष, 3 रहे नदारद। Fake teachers presented their case before the committee, 3 remained missing

 फर्जी शिक्षकों ने कमेटी के समक्ष रखा पक्ष, 3 रहे नदारद


मथुरा बेसिक शिक्षा विभाग के 42 में से 31 फर्जी शिक्षकों को अपना पक्ष रखने का आखिरी अवसर प्रदान किया गया। इनमें से मात्र 28 शिक्षकों ने ही कमेटी के समक्ष अपना पक्ष रखा। शेष 3 संदिग्ध शिक्षकों ने जांच से दूरी बनाए रखी।एसटीएफ मुख्यालय से जिले के 42 फर्जी परिषदीय शिक्षकों की सितंबर माह में सूची जारी करते हुए इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर अवगत कराने के आदेश बीएसए को दिए थे। एसटीएफ ने उक्त सभी शिक्षकों को फर्जी शिक्षक माना था। इस प्रकरण में बीएसए द्वारा 31 फर्जी शिक्षकों को नोटिस जारी कर सुनवाई लगाई। शेष 11 वह शिक्षक हैं जिनके खिलाफ पूर्व में या तो मुकदमा दर्ज हो चुका है, अथवा पूर्व में सुनवाई हो चुकी है। 31 फर्जी शिक्षकों की सुनवाई लगाने के पीछे उद्देश्य था कि सभी का पक्ष भी जान लिया जाए। शिक्षकों को सुनवाई के लिए अलग-अलग तारीखों में बुलाया गया। इसमें अंतिम तिथि निकलने के बाद भी सभी फर्जी शिक्षकों ने सुनवाई में कमेटी के समक्ष पहुंचकर अपना पक्ष नहीं रखा। 31 में से 28 ही शिक्षकों ने अपना पक्ष रखा। जबकि शेष 3 शिक्षकों ने अपना पक्ष नहीं रखा है। वह अंतिम सुनवाई में शामिल नहीं हुए। इससे उनका पक्ष काफी कमजोर साबित हो रहा है।



सुनवाई के बाद हो सकती है कार्रवाई


बीएसए द्वारा फर्जी शिक्षकों की सुनवाई के लिए कमेटी बनाई। फिर सभी शिक्षकों को नोटिस जारी कर तारीख निर्धारित की गई। अब इस सुनवाई में शिक्षकों का पक्ष जानने के बाद माना जा रहा है कि शीघ्र ही फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई हो सकती है।



फर्जी शिक्षकों को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस दिए गए थे। इनमें से 3 ने फिलहाल अपना पक्ष नहीं रखा है। हो सकता है कि एक-दो दिन में यह अपना पक्ष रखें। इस कार्रवाई से उच्चाधिकारियों को भी अवगत कराया जा रहा है।


- सुनील दत्त, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी

मथुरा से नंद किशोर शर्मा की रिपोर्ट 



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