मालकातर के समीप बने बांध में सड़क के डूब में आने के बाद से ही नही बनाई गई सड़क
ग्रामीणों ने उक्त सड़क पर पहुंचकर नाराजगी जताते हुए किया आम प्रदर्शन
करीब 6 सालों से भी अधिक समय बीतने के बाद भी नही ले रहा कोई सुध
राज्यसभा सांसद से लेकर सीएम हेल्पलाइन में भी लगा चुके है गुहार
ग्रामीणों द्वारा जल संसाधन विभाग एवं पीडब्ल्यूडी से भी रोड़ की मांग की गई लेकिन नही होती कोई सुनवाई
उक्त सड़क मध्यप्रदेश को महाराष्ट्र से जोड़ती है
पानसेमल - पानसेमल विकासखंड के अंतर्गत ग्राम दोंदवाड़ा से मालकातर के बीच ग्रामीण सड़क 6 वर्षों से भी अधिक समय से निर्मित बांध में डूब गई है । बांध निर्माण होने के समय आवागमन हेतु डायवर्शन रोड बनाया गया था जो आज वर्तमान समय में जस का तस है । जिसे एक पक्की सड़क बनाई जाना थी । उस समय से ही ना जल संसाधन विभाग ने और ना ही पीडब्ल्यूडी ने इसकी सुध ली है । गुरुवार को हर्निया , दोंदवाड़ा और मालकातर के ग्रामीण इस सड़क को लेकर नाराजगी जताने बांध पर पहुंचे थे । जहां उन्होंने जल संसाधन विभाग और पी डब्लू डी के असहयोग पर नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया । प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने कहा कि जनप्रतिनिधि और संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मचारी कुंभकरण की नींद सो रहे हैं । ग्रामीणों में गोपी परमार ने कहा कि हमारे द्वारा राज्य सभा सांसद महोदय को भी पत्र लिखा गया था उन्होंने इस संबंध में कलेक्टर एवं पीडब्ल्यू को पत्र भी लिखा गया था किंतु अभी तक कोई निराकरण नहीं हुआ है । सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई थी जिसमे अधिनस्थ विभाग से लोक नि विभाग बड़वानी की मांग पर 49.21 लाख की प्राक्खलित राशि वरिष्ठ कार्यालय से की गई है । आवंटन होने पर उक्त राशि लोनिवि को उपलब्ध कराई जाएगी । और फिर शिकायत को विलोपित कर बंद कर दी गई है । कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है । किसान करण भामरे ने बताया कि हम उक्त सड़क से आने जाने से व्यथित हो रहे हैं हम किसान हैं । हमें फसल बेचने या बाजार से कोई खरीदी कर सामग्री लाने ले जाने में भी समस्या उठानी पड़ रही है । बारिश में इस सड़क की हालत और भी दयनीय हो जाती है । दोंदवाडा में एक छोटा पुल है जिसके ऊपर से पानी निकलने पर आवागमन बंद हो जाता है । वाहन पलट भी जाते है जनहानि भी हुई है । सड़क इतनी खराब है कि जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे होने से वाहनों का निकलना मुश्किल हो जाता है जिससे ग्रामीण जन एवं महाराष्ट्र में रहने वाले नाते रिश्तेदारों के यहां आना जाना भी बंद हो जाता है । ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि हमने जल संसाधन विभाग एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से भी बात की है किंतु उनकी ओर से सदैव उपेक्षा ही हुई है । उक्त समस्या पानसेमल एसडीएम अवगत जितेंद्र कुमार पटेल को अवगत कराने पर एसडीएम ने बताया कि संबंधित समस्या की जानकारी पीडब्ल्यूडी एवं जल संसाधन विभाग से लेकर उचित कदम उठाया जाएगा । ग्रामीणों ने कहा कि हमारी समस्याओं का निराकरण नहीं होता है तो आने वाले समय में हम 3 ग्राम के ग्रामीण आंदोलन करेंगे हो सका तो सेंधवा खेतिया स्टेट हाईवे पर चक्का जाम भी करेंगे । पत्रिका द्वारा पहले भी उक्त सड़क की समस्या को प्रकाशित किया गया है । इस दौरान ग्राम के सरपंच रामलाल परमार, ग्राम पटेल राजू पटेल मालकातर,ग्रामीण
गोपी परमार हरण्या, कांतिलाल परमार ,गुमान चौहान,धनसिंह ठाकरे करण भामरे, गुमान परमार, साहेबराव भामरे, सुनील चौहान , गुलाल चौहान, राजू पटेल, भावसिंह चौहान आदि मौजूद रहे ।
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