ग्राम दवाना व आसपास नर्मदा घाटी विकास विभाग क्रमांक 14 ठीकरी द्वारा इंदिरा सागर परियोजना के तहत किसानों के सिंचाई हेतु नहरें बनाई गई है,
जिसके दोनों और किसानों के आवागमन के लिए रास्तों का भी निर्माण किया गया हैं, बतादे कीं खेतों के बिच निकली नहरों के कारण कई खेत दो हिस्सों में बंट गए हैं जिनमें आने जाने के लिए यह पहुंच रास्ते बनाए गए हैं, लेकिन इन रास्तों को अब इन नहरों से लगी कृषि भूमि के किसानों द्वारा तोड़ा रहा है एवं नहर के साइड में पानी निकासी की जगह को भी तोड़फोड़ कर मार्ग को बराबर किया जा रहा है, ऐसे में किसान नहर के रास्ते से कैसे निकलेगा आज नहर के रास्ते विलुप्त होने की कगार पर है, ग्राम दाभड जल उपभोक्ता संस्था सदस्य हेमराज मालवीय ने बताया कि विगत एक वर्षों से NVDA विभाग से रास्तों को लेकर वे लगातार संघर्ष कर रहे है,लेकिन NVDA विभाग ठीकरी विभाग क्र 14 कुंभकरण की नींद सो रहा है कई बार लिखित में आवेदन दिया है लेकिन विभाग के अधिकारी बिल्कुल इस ओर ध्यान नहीं देते किसानों को आदतन शिकायती व्यक्ति बताकर शिकायतों को विलुप्त कर दिया जाता हैं।इन सभी कारणों से किसान बहुत परेशान हैं यदि इन्होंने आने-जाने के रास्ते नहीं बनाए तो उन्होंने आत्महत्या करने तक की चेतावनी दी है विभाग तत्काल संज्ञान ले अगर मेरे साथ कुछ होता है तो उसकी संपूर्ण जिला प्रशासन एवं NVDA विभाग की जवाबदारी रहेगी जिला कलेक्टर को भी किसान संगठनों के माध्यम से ज्ञापन दिया जाएगा।
बड़वानी से संजय बामनिया की रिपोर्ट
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