ग्राम चारदड में लगा विधिक जागरूकता शिविर
सेंधवा - सेंधवा ब्लॉक के ग्राम पंचायत धनोरा के चारदड गांव स्थित कस्तूरबा कन्या आश्रम में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व न्यायाधिपति उच्च न्यायालय जबलपुर वेदप्रकाश शर्मा उपस्थित रहे।कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला प्रधान एवं सत्र न्यायाधीश बड़वानी एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बड़वानी के अध्यक्ष आनंद कुमार तिवारी द्वारा की गई। कार्यक्रम का सरस्वती पूजन के साथ शुभारंभ हुआ इस दौरान बच्चों को विधिक सेवा प्राधिकरण की कार्य प्रणाली,निशुल्क विधिक सहायता,पीड़ित प्रतिकर योजना,लिंग भेद,समाज में महिलाओं की भूमिका और महत्व,शिक्षा और शिक्षा के अधिकार व उसके महत्व आदि की जानकारी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे के साथ दी गई। इसके साथ ही जिला प्रधान एवं सत्र न्यायाधीश के मार्गदर्शन में जिले की समस्त न्यायालय के न्यायाधीश और अभिभाषक संघो की ओर से कस्तूरबा कन्या आश्रम को गोद लेकर आश्रम में रहकर पढ़ने वाली बालिकाओं के लिए उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी विस्तृत रूप से दी गई।
शिविर को संबोधित करते हुए उच्च न्यायालय जबलपुर के पूर्व न्यायाधिपति वेदप्रकाश शर्मा ने कहां आज इन नन्ही बालिकाओं के बीच जाकर मन प्रफुल्लित हो गया। उन्होंने कहा कि किसी भी कार्य को करने के लिए अगर भावात्मक रूप से जुड़ाव हो जाता है तो उसे कार्य से अन्य लोग भी खुद ही जुड़ने लग जाते हैं बड़वानी जिले के प्रधान न्यायाधीश और अधिवक्ता संघों की ओर से जो पहल की गई है वह काफी सराहनी है हमने जीवन में जो हासिल किया है उसे देना भी जरूरी है इसलिए आप इन फूलों की कलियों के समान बच्चियों के लिए जो काम कर रहे हैं वह आपकी जीवन भर की उपलब्धि है मैं भी कस्तूरबा कन्या आश्रम से अब जुड़ गया हूं और मेरा भी जुड़ाव हमेशा यहां पर बना रहेगा मेरे लिए यह बच्चे परिवार के समान है और मेरे परिवार का हिस्सा है यह बच्चियों आने वाला भविष्य है यहां बैठे सभी न्यायाधीश गणो एवं अधिवक्तागणो को देखकर कहीं ना कहीं बच्चियो में भी प्रेरणा का भाव जागृत होगा और वह जीवन में कहीं ना कहीं एक बड़ा मुकाम हासिल करेगी हम सभी की जिम्मेदारी है कि फूल को प्रफुल्लित होने में अपना योगदान दे जिस तरह से सरकार के आंकड़े सामने आते हैं उस तरह से शिक्षा का स्तर जमीन पर नहीं है। उन्होंने बच्चियो से कहा कि बच्चे खूब खेल क्योंकि पढ़ाई के साथ खेलना भी जरूरी है लेकिन पढ़ना भी जरूरी है उन्होंने सभी बच्चियो को संकल्प दिलाया कि आप सभी खूब खेल,अच्छे से पड़े और आश्रम के अनुशासन का पालन जरूर करें। जिला प्रधान एवं सत्र न्यायाधीश आनंद कुमार तिवारी ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि आश्रम में रहकर पढ़ने वाली बच्चियो को सारी सुविधाएं उपलब्ध हो इस और हमारा प्रयास निरंतर जारी है हम इस प्रयास में और भी लोगों को जोड़ने के लिए लगे हुए हैं क्योंकि वर्तमान समय महिला सशक्तिकरण का समय है यहां पढ़ने वाली बच्चियों को सशक्त करना है। यहां जिले के सभी न्यायाधीशगण एवं अधिवक्ताओं के सहयोग से मोटर पंप ट्यूबवेल खनन,बिजली ट्रांसफार्मर,पंखे लाइट फिटिंग सहित कई विशेष कार्य किए गए हैं यहां पर जल्द ही बालिकाओं के लिए शौचालय,स्नानागार,आश्रम का बड़ा बिल्डिंग सहित अन्य कई और भी कार्य है जिसको लेकर योजना बनाई जा रही है जल्द ही बच्चियों को यहां पर बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होगी। इस दौरान कस्तूरबा कन्या आश्रम की संचालिका पुष्पा सिंह ने भी संबोधित किया वहीं कार्यक्रम का आभार सीजेएम सीता कनोजे ने किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए अधिवक्ता नरेंद्र तिवारी ने कस्तूरबा कन्या आश्रम के इतिहास और आश्रम की संस्थापिका पद्मश्री कांता बहन त्यागी के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। इस दौरान बड़वानी जिले के समस्त न्यायाधीशगण,अधिवक्तागण, लीगल एवं डिफेंस काउंसिल सिस्टम के सदस्य,प्रशासनिक अधिकारी,आश्रम के लिए जमीन दान देने वाले बनसिंग मेहता सहित ग्रामीण और आश्रम की बालिकाएं उपस्थित थी।शिविर के समापन पर अतिथियों ने आश्रम में पौधा रोपण भी किया।
बड़वानी से संजय बामनिया की रिपोर्ट
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